नई Tata Altroz का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के दिमाग में एक स्टाइलिश और फीचर-लोडेड हैचबैक की इमेज बनती है। लेकिन, दोस्तों, हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती।
इस गाड़ी में कुछ ऐसी 5 बड़ी प्रॉब्लम्स हैं, जो आपको कोई सेल्स पर्सन या विज्ञापन नहीं बताएगा, लेकिन अगर आप खरीदने का सोच रहे हैं तो इन्हें जानना जरूरी है।
सबसे पहले बात करते हैं इसके पेट्रोल इंजन की। Altroz में कंपनी ने 3-सिलेंडर इंजन दिया है, जो 88 bhp की पावर देता है।
लेकिन, यह इंजन नॉइसी है और स्मूथनेस में i20 या Baleno जैसे 4-सिलेंडर इंजन वाली गाड़ियों से पीछे रह जाता है। अगर आप लंबी ड्राइव पर जाते हैं तो इंजन का शोर आपको खटक सकता है।
दूसरी बात, Altroz के टॉप मॉडल की कीमत करीब ₹10.5 लाख (एक्स-शोरूम) तक जाती है। इस कीमत पर भी आपको फैब्रिक सीट्स मिलती हैं, जबकि इस प्राइस रेंज में लेदर सीट्स तो बेसिक लग्ज़री होनी चाहिए।
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इतना ही नहीं, इस बजट में Tata Nexon जैसी SUV भी मार्केट में मौजूद है, जो ज्यादा वैल्यू-फॉर-मनी साबित हो सकती है।
तीसरी प्रॉब्लम इसके स्पेस और व्हील बेस की है। Altroz का व्हील बेस अपने सेगमेंट में सबसे छोटा है, जिसके कारण सेकंड रो में लेगरूम कम मिलता है।
हां, बूट स्पेस अच्छा है, लेकिन लंबी हाइट वाले पैसेंजर्स के लिए रियर सीट कम्फर्टेबल नहीं लगेगी। साथ ही, इसके 185 mm टायर प्रोफाइल से राइड क्वालिटी पर असर पड़ सकता है।
चौथी कमी है ग्राउंड क्लीयरेंस। Altroz में 165 mm की ग्राउंड क्लीयरेंस मिलती है, जो i20 और Baleno से कम है। भारतीय रोड कंडीशन्स में यह बात ध्यान देने लायक है, खासकर अगर आप खराब या ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर गाड़ी चलाते हैं।
और आखिरी, फ्लश डोर हैंडल। दिखने में मॉडर्न लगते हैं, लेकिन ये मैनुअल हैं और बार-बार प्रेस करके बाहर खींचना पड़ता है। शुरू में कूल लगेंगे, लेकिन डेली यूज में झुंझलाहट बढ़ा सकते हैं।
कुल मिलाकर, Tata Altroz एक स्टाइलिश और फीचर-रिच कार है, लेकिन इन 5 प्रॉब्लम्स को नज़रअंदाज़ करना आपके लिए महंगा पड़ सकता है। अगर आप खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो टेस्ट ड्राइव के साथ इन पॉइंट्स पर जरूर ध्यान दें।